मंज़िल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।

By: अर्चित वर्मा | Published on Oct 17,2025

Category Shayari

मंज़िल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।

यह शायरी हौसले के बारे में है। और सच कहूँ तो, हौसला ही सबकुछ है।

देखो, सपने पूरे करने के लिए resources तो चाहिए, लेकिन सबसे ज़्यादा ज़रूरी है हिम्मत। पंख-वंख तो बस comparison के लिए बोल दिया — असली उड़ान तो तब होती है जब तुम ठान लो कि करना ही है।

जब तुम पूरे confidence के साथ अपने goal की तरफ़ बढ़ते हो, तो जो पहले पहाड़ लगता था, वो अचानक छोटा लगने लगता है। ऐसा नहीं कि problem ख़त्म हो गई, बस तुम्हारी सोच बदल गई।

इतिहास उठाकर देख लो — जिसने भी कुछ बड़ा किया, उसने हार नहीं मानी। बस यही फ़र्क है winners और बाकी लोगों में।

इस शायरी की basic बात यही है — हालात से मत डरो। सपने बड़े हों या छोटे, तुम्हारा हौसला अगर मज़बूत है तो बस हो गया। बाकी सब manage हो जाता है।

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Comments

pramodchaudhary2006

November 27,2025

Good

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